Big action:पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से जुड़ी 70 करोड़ की जमीन ईडी ने की अटैच
Big action:ईडी ने भाजपा और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हरक सिंह रावत पर बड़ा शिकंजा कस दिया है। ईडी ने देहरादून में हरक सिंह रावत से जुड़ी 70 करोड़ रुपये की जमीन को अटैच कर दिया है। साथ ही हरक सिंह रावत के करीबियों पर भी शिकंजा कस दिया है।

Big action:ईडी ने भाजपा और कांग्रेस सरकारों में कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत और उनके करीबियों पर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने देहरादून में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से जुड़ी 101 बीघा जमीन मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत अटैच कर दी है। सर्किल रेट के हिसाब से इस जमीन की कीमत 6.56 करोड़ रुपये है। वहीं वर्तमान बाजार मूल्य के अनुसार इस जमीन की कीमत 70 करोड़ रुपये से अधिक है। ये कार्रवाई पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह, बीरेंद्र सिंह कंडारी और अन्य के खिलाफ जारी जांच के तहत की गई है। ईडी काफी समय से पूर्व मंत्री हरक सिंह और उनके करीबियों के खिलाफ जांच कर रही है। जांच में सामने आया कि कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद स्वर्गीय सुशीला रानी ने साजिश के तहत बीरेंद्र सिंह कंडारी और नरेंद्र कुमार वालिया के नाम पर सहसपुर स्थित जमीन के दो पावर ऑफ अटॉर्नी दर्ज कराए। उस जमीन को ईडी ने अटैच कर दिया है।
जमीन खरीद में फर्जीवाड़ा
उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह के करीबी बताए जाने वाले बीरेंद्र सिंह ने यह जमीन जमीन दीप्ति रावत और लक्ष्मी राणा को बेहद कम कीमत पर बेची थी। यह कीमत राजस्व विभाग के निर्धारित सर्किल रेट से काफी कम थी। इन जमीनों के एक हिस्से पर दून इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस है। ये फर्म पूर्णा देवी मेमोरियल ट्रस्ट के तहत संचालित होता है। इस ट्रस्ट की चेयरपर्सन दीप्ति रावत हैं। इसे हरक सिंह के परिवार और करीबी नियंत्रित करते हैं। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि दीप्ति रावत और लक्ष्मी राणा ने बीरेंद्र सिंह, हरक सिंह, स्वर्गीय सुशीला रानी व अन्य के साथ मिलकर साजिश रचते हुए यह 101 बीघा जमीन अपने नाम पर कराई।