कुमाऊं के इन दो शहरों के तीन हजार से अधिक घरों को बचाएंगी दो सुरंगें
कुमाऊं के दो शहरों के तीन हजार से अधिक घरों को बचाने के लिए सुरंग प्रोजेक्ट तैयार होने वाला है। इस प्रोजेक्ट से हजारों परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी
पिथौरागढ़ और चम्पावत जिले में 2016 में ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था। टनकपुर से पिथौरागढ़ तक करीब 150 किमी सड़क टू लेन हो चुकी है। इस परियोजना में चम्पावत, लोहाघाट और पिथौरागढ़ में बाइपास सड़कें प्रस्तावित थीं। करीब 3000 से अधिक घर, दुकानें और प्रतिष्ठान भी बाइपास की जद में आ रहे थे। भारी संख्या में पेड़ों की बलि भी इस प्रोजेक्ट में चढ़नी थी। पेड़ कटान का मामला एनजीटी के समक्ष पहुंचने पर प्रोजेक्ट पर आपत्ति लग गई थी। अब लोनिवि खंड लोहाघाट और पिथौरागढ़ में बाइपास सड़क के स्थान पर सुरंग निर्माण की कवायद शुरू करने जा रहा है। एनएच के ईई हरीश बथियाल ने बताया कि पिथौरागढ़ और लोहाघाट में टनल निर्माण के लिए कंपनी का चयन कर लिया गया है।
सुरंग बनने से बच जाएंगे हजारों घर
पिथौरागढ़, लोहाघाट में एनएच किनारे बनाए गये तीन हजार से अधिक घर भी ऑल वेदर सड़क में टनल बन जाने से बच जाएंगे। बीआरओ के तहत इस सड़क के रहते हुए कई बार इन लोगों को नोटिस भेजे गए थे। अब बाइपास भी टनल से बनने से इन दोनों शहरों में बड़ी आबादी को राहत मिलेगी। उनके मकान और दुकान टूटने से बच जाएंगे। जल्द ही इसका सर्वे शुरू हो जाएगा।