
विद्वान बोले, सप्तपदी बगैर विवाह अपूर्ण, शास्त्रों के अनुसार संपन्न कराएं कर्मकांड
Sanskrit Workshop In Jageshwar Dham:जागेश्वर धाम में उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार की ओर से विवाह संस्कार प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन गुरुवार को डॉ. हरीश चंद्र गुरुरानी और साहित्याचार्य डॉ. चंद्र बल्लभ बेलवाल ने विवाह पद्वतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्रह्म विवाह में जयमाला को कोई औचित्य नहीं होता है। बताया कि…