चारधाम यात्रा में रीलबाज और यूट्यूबर्स बैन, जाने क्यों लिए फैसला
Chardham Yatra:चारधाम यात्रा की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए शासन ने कमर कस ली है। इस बार चारधाम यात्रा में रीलबाज और यूट्यूबर्स को बैन कर दिया है। साथ ही वीआईपी दर्शन व्यवस्था भी खत्म कर दी है। इससे श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी।

Chardham Yatra:चारधाम यात्रा इस साल 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। चारधाम यात्रा के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। लाखों लोग बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। इस साल यात्रा अन्य वर्षों के अपेक्षा करीब 10 दिन पहले शुरू हो रही है। यात्रा मार्ग पर जमी बर्फ हटाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। बता दें कि पिछले यात्रा सीजन में रीलबाज और यूट्यूबर्स के कारण आम श्रद्धालुओं को तमाम परेशानियां उठानी पड़ी थी। इससे यात्रा में तमाम अव्यवस्थाएं भी फैली थी। समुद्र तल से 12 हजार फीट ऊपर केदारनाथ धाम में ढोल नगाड़ों का शोर सिर्फ रील बनाने के लिए किया गया था। ढोल-नगाड़ों का शोर 10 से 12 दिन तक पूरी शिवालिक पर्वतमाला में गूंजता रहा, जो यहां की प्रकृति के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में इस बार कैमरा ऑन भी नहीं करने देंगे। ठीक इसी तरह पैसे देकर वीआईपी दर्शन की व्यवस्था भी धामों पर बंद रहेगी।
ये भी पढ़ें-UCC की नियमावली में होंगे बदलाव, हाई पावर कमेटी लेगी बड़ा फैसला
30अप्रैल को खुलेंगे कपाट
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा इस साल 30 अप्रैल को अक्षय तृतीय से शुरू हो रही है। अक्षय तृतीया पर सबसे पहले मां गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। फिर 2 मई को केदारनाथ धाम जबकि चार मई को विधि-विधान से भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। चार मई से पूर्ण रूप से चार धाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। लाखों श्रद्धालु चारधाम दर्शन को पहुंचेंगे। सरकार ने चारधाम यात्रा की तैयारियां तेज कर दी हैं।
ये भी पढ़ें-उत्तराखंड में तबादलों का कोटा जल्द होगा तय, जानें ताजा अपडेट