60 लाख तक पहुंचे जिपं वोटरों के रेट! बीडीसी में भी भारी उछाल, जीत के प्रमाण पत्रों पर हो रहा खेला
उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुख चुनाव नजदीक आ गए हैं। प्रत्याशियों के बीच जबर्दश्त कंपटीशन के बीच सेंधमारी का दौर चल रहा है। इसके कारण जिपं सदस्यों और बीडीसी वोट के दाम में भारी बढ़ोत्तरी की सूचना है। बताया जा रहा है कि कई क्षेत्रों में जिपं सदस्यों के वोट की कीमत 60 लाख रुपये तक भी पहुंच गई है। कुछ इलाकों में बीडीसी वोट की कीमत 15 लाख रुपये तक लगाई जा रही है। इस चुनाव में बिचौलियों की भी बल्ले-बल्ले हो रही है।

उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के लिए 14 अगस्त को मतदान होना है। 31 जुलाई को बीडीसी और जिपं सदस्यों के चुनाव परिणाम सामने आ गए थे। चुनाव के तत्काल बाद ही तमाम इलाकों में जिपं सदस्य और बीडीसी सदस्य लापता हो गए थे। जीते हुए कई प्रत्याशी नेपाल, रामनगर सहित विभिन्न पर्यटक क्षेत्रों में मौज उड़ा रहे हैं। इधर, अल्मोड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट राज्य में हॉट सीट मानी जा रही है।इस सीट को जीतने के लिए राजनैतिक दल एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। दलों के आला नेताओं ने इस सीट पर पूरी ताकत झोंक दी है। चर्चा है कि इस बार अल्मोड़ा जिले में जिपं सदस्यों के वोटों के भाव आसमान पहुंच गए हैं। एक-एक वोट पाने की जद्दोजहद के बीच यहां पर जिपं सदस्यों को 40 लाख नकद और करीब 20 लाख रुपये कीमत की एक स्कॉर्पियो गाड़ी गिफ्ट करने तक की सूचनाएं सूत्रों से मिल रही हैं। बताया जा रहा है कि पिछले साल इस जिले में करीब 35-35 लाख रुपये तक एक वोट की कीमत हुआ करती थी, जोकि इस साल करीब दोगुनी तक बढ़ गई है। इसके पीछे 2027 का विस चुनाव भी माना जा रहा है।
यहां 15 लाख पहुंची बीडीसी की कीमत
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी में ब्लॉक प्रमुख का चुनाव सबसे अधिक चर्चाओं में है। इस सीट पर सर्वाधिक चार दावेदार चुनाव मैदान में हैं। सभी प्रत्याशी बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। मौजूदा वक्त में इस ब्लॉक से अधिकतर प्रत्याशी या उनके रिश्तेदार गायब चल रहे हैं। यहां पर खेमेबाजी चरम पर है। कहा जा रहा है कि चार प्रत्याशी मैदान में खड़े होने के कारण यहां पर बीडीसी सदस्यों के वोट के दाम में अचानक भारी उछाल आ गया है। यहां पर शुरुआत में बीडीसी के रेट महज पांच लाख चल रहे थे, जो अब बढ़कर 12 से 15 लाख तक पहुंचने की चर्चा है।
प्रमाण पत्र जब्त करने का खेल
जिला पंचायत जीत कर आए प्रत्याशी विभिन्न होटल रिजॉर्ट में आराम फरमा रहे हैं। साथ ही होटलों से ही हार जीत के समीकरण बनाए जा रहे हैं। बताया ये भी जा रहा है कि कई संदिग्धों के जीत के प्रमाण पत्र भी प्रत्याशियों ने अपने कब्जे में ले रखे हैं। इसके एवज में उन वोटरों को भारी रकम दी गई है।