फरार चल रहे मुर्दे को किया जिंदा गिरफ्तार:कोर्ट भी घोषित कर चुकी है मृत
16 साल से फरार (absconding) और दो साल से मृत घोषित(pronounced dead) चल रहे एक शातिर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी बन चुका था। उसकी गिरफ्तारी की खबर से हर कोई हैरत में पड़ा हुआ है।

उत्तराखंड (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ में पुलिस ने 16 साल से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक 14 अप्रैल 2008 को गांधी चौक निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली में रिपार्ट दर्ज कराई थी। उस व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि पुनेड़ीमहर निवासी दिनेश चंद्र पुनेठा ने उनके साथ 2.75 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसकी धरपकड़ शुरू कर दी थी। मौके का फायदा उठाकर दिनेश फरार हो गया था। साल 2009 में उस पर ईनाम भी घोषित कर दिया गया था, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ पाया था। उसके बाद कोर्ट ने उसे मफरूफ घोषित कर दिया था।
2022 में घोषित हुआ था मृत
तमाम खोजबीन के बाद भी आरोपी का सुराग नहीं लग पाया था। इसी को देखते हुए मार्च 2022 में कोर्ट के आदेश पर आरोपी को मृत घोषित कर दिया गया था। साथ ही इस केस की फाइल भी बंद कर दी गई थी। परिजन और अन्य लोग भी उसे मृत समझ बैठे थे।
अचानक मिला इनपुट और चढ़ गया हत्थे
दो साल पहले मृत घोषित किए चुके आरोपी के जिंदा होने की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई थी। पुलिस ने मुखबिर तंत्र को मजबूत करने के साथ ही सर्विलांस और अन्य के जरिए उसपर नजर रखनी शुरू कर दी थी। एसपी रेखा यादव के निर्देश पर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित की गई थी। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। पुलिस टीम में एसएसआई महेश जोशी, एचसीपी आन सिंह, कांस्टेबल हेम चंद्र सिंह और पंकज पंगरिया शामिल रहे।