जागेश्वर में कांग्रेस के लिए 2027 का प्लेटफार्म तैयार कर गया पंचायत चुनाव! भीतरघात से जूझती रही बीजेपी

Govind Singh Kunjwal
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उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की मतगणना पूरी हो चुकी है। इस चुनाव में भाजपा-कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक रखी थी।  बात अगर अल्मोड़ा की करें तो यहां पर जिला पंचायत की कुल 45 सीटें हैं। कल देर रात जिला पंचायत की सभी सीटों के परिणाम सामने आ गए थे, जिससे सत्ताधारी भाजपा को झटका लगा है। जिले में कांग्रेस 16 जबकि भाजपा को महज 14 सीटों पर जीत नसीब हो पाई है। अब दोनों दल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए तिकड़म भिड़ाने की जुगत में जुटे हुए हैं।  इधर, बात जागेश्वर विस की करें तो यहां पर जिला पंचायत की नौ में से छह सीटों पर कांग्रेस जबकि महज एक सीट पर भाजपा परचम लहरा पाई है। कांग्रेस ने नौगांव, डुंगरा, काभड़ी, ढौरा, खांकर और डोल में जीत हासिल कर भाजपा को चारों खाने चित कर दिया है। इस विस में भाजपा समर्थित केवल एक ही प्रत्याशी जीत पाया है। इससे कांग्रेस में खुशी का माहौल है। बताया जा रहा है कि घमासान और भीतरघात के चलते भाजपा को जागेश्वर विस में मुंह की खानी पड़ी है। जिला पंचायत सीटों पर भाजपा का किला ढहाने के लिए पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल की रणनीति अहम मानी जा रही है। लोग कह रहे हैं कि इन नतीजों से 2027 के विस चुनाव में भाजपा के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है।  साथ ही ये चुनाव कुंजवाल  के सियासी करियर के लिए बूस्टअप साबित हो सकता है।

खोला में हुआ खेला!

जिला पंचायत की खोला सीट काफी चर्चाओं में है। यहां पर भाजपा प्रत्याशी योगेश भट्ट की अप्रत्याशित हार से समर्थकों में उबाल का माहौल है। भाजपा प्रत्याशी योगेश भट्ट के समर्थकों का आरोप है कि पार्टी के नेताओं ने ही उनके प्रत्याशी को हराने में अहम भूमिका निभाई। योगेश समर्थकों का कहना है कि नेताओं ने पार्टी प्रत्याशी को दरकिनार कर अपने रिश्तेदारों को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। सुनियोजित तरीके से भीतरघात कर भाजपा प्रत्याशी को हराने का काम इस सीट पर हुआ। क्षेत्र के लोग 2027 के चुनाव में इसका बदला लेने की चेतावनी दे रहे हैं।

बीडीसी में भी कांग्रेस का बोलबाला

जागेश्वर विस के धौलादेवी ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों का बोलबाला रहा है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में कांग्रेस समर्थित 19 प्रत्याशियों की जीत हुई है। इसके अलावा कांग्रेस ने करीब आधा दर्जन बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में करने करने के लिए कसरत तेज कर दी है। ऐसे हालात में भाजपा का ये गढ़ धराशाई होने की आशंका भी लोग लगा रहे हैं। उधर, लमगड़ा ब्लॉक में भी भाजपा परेशानियों में घिरी नजर आ रही है।


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