एक मेयर सीट और कांग्रेस के 31 दावेदार, असमंजस में पार्टी आला कमान
Civic Elections:हल्द्वानी नगर निगम में मेयर की एक सीट पर कांग्रेस के 31 धुरंधरों ने दावेदारी पेश कर आला कमान को असहज कर डाला है। घंटों तक चली बैठक के बाद भी प्रत्याशियों का पैनल तैयार नहीं हो पाया। सभी दावेदारों ने आला नेताओं के सामने दावा किया कि वह इस सीट पर बंपर वोटों से जीतेंगे।
Civic Elections:निकाय चुनाव में प्रत्याशी चयन को कांग्रेस ने कसरत तेज कर दी है। कांग्रेस के लिए हल्द्वानी मेयर की सीट सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रही है। इसी को लेकर पूर्व विधान सभा अध्यक्ष व जिला प्रभारी गोविंद सिंह कुंजवाल की अध्यक्षता में शनिवार को हल्द्वानी के स्वराज आश्रम में कांग्रेस की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस के तमाम नेताओं ने प्रत्याशी चयन पर घंटों तक मंथन किया। बैठक में हल्द्वानी नगर निगम सीट पर 31 कांग्रेस नेताओं ने मेयर पद के लिए दावेदारी की। सभी नेताओं ने चुनाव में जीत दर्ज करने के तमाम दावे किए। उन्होंने कहा, वह संगठन को मजबूत करने के साथ लोगों से जमीन में रहकर जुड़े हुए हैं। उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा को देखते हुए टिकट उन्हें ही मिलना चाहिए। बैठक में मंथन के बाद भी मेयर प्रत्याशी चयन के लिए पैनल तैयार नहीं हो पाया।
कांग्रेस से ये दावेदार आए सामने
नगर निगम चुनाव में हल्द्वानी सीट से एड. गोविंद सिंह बिष्ट, हेमंत, सुहैल सिद्दीकी, डीके पंत प्रधानाचार्य एमबी इंटर कॉलेज, अखिल भंडारी , राजेन्द्र सिंह बिष्ट, योगेश जोशी, शोभा बिष्ट, गोपाल सिंह नेगी, सौरभ भट्ट, राधा आर्य, हरीश सिंह मेहता, महेश कांडपाल, महेशानंद, एनबी गुणवंत पीसीसी सदस्य, ललित जोशी पूर्व दर्जामंत्री, राजेन्द्र सिंह बिष्ट राज्य आंदोलनकारी, भोला दत्त भट्ट पूर्व ब्लॉक प्रमुख, जया कर्नाटक प्रदेश उपाध्यक्ष, गुरप्रीत सिंह प्रिंस, मीमांशा आर्य, एड. धर्मवीर भारती, विमला, शशि वर्मा, लवेंदर सिंह चिलवाल राष्ट्रीय महासचिव यूथ इंटक, शारदा बमेटा, नवीन सांगूड़ी, पुष्पा नेगी, कैलाश साह, रोहित कुमार, पंकज कश्यप और मो. सलीम ने दावेदारी की।
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प्रदेश संगठन को भेजे जाएंगे तीन नाम
पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने सभी दावेदारों से खुद एक नाम तय करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह एक बंद कमरे में बैठक करें। इसमें एक प्रत्याशी का नाम खुद ही तय कर लें तो ये बेहतर रहेगा। उन्होंने कहा कि वैसे जिन लोगों ने दावेदारी की है, उसमें जो बेहतर होगा उन्हीं में से तीन नाम प्रदेश संगठन को भेजे जाएंगे। तीन नामों के पैनल में विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ नेता और युवाओं और जनता की राय को भी शामिल किया जाएगा।