स्कूटी खरीदने की जलन में पड़ोसी के घर में लगा दी आग, चार की मौत, सात घायल
Uttarakhand Crime:स्कूटी खरीदने की खुशी पड़ोसी को रास नहीं आई। जलन के मारे पड़ोसी ने घर में घुसकर नई स्कूटी की खुशियां मना रहे व्यक्ति के रसोई सिलेंडर में आग लगा दी। आग लगाने वाला पड़ोसी खुद भी आग में झुलस गया। उसकी चपेट में आने से दो परिवारों के दस और लोग आग में झुलस गए थे, जिनमें से मां और उनके दो बेटों सहित चार लोगों ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया है।

Uttarakhand Crime:स्कूटी खरीदने की जलन के मारे एक नशेड़ी व्यक्ति ने पड़ोसी के घर में आग लगा दी। बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील स्थित रणकुंणी गांव में बीते 29 अक्तूबर को धनतेरस की रात ये घटना घटी है। रणकुंणी गांव में धनतेरस की रात नारायण सिंह का परिवार नई स्कूटी खरीदने की खुशी में घर पर पार्टी कर रहा था। बताया जा रहा है कि पड़ोसी माधोनाथ गिरी का परिवार भी पार्टी में शामिल था। इसी बीच माधोनाथ का बेटा कुंदन नाथ नशे की हालत में वहां पहुंच पार्टी कर रहे लोगों से मारपीट पर भी उतारू हो गया था। नशे में धुत कुंदन ने नारायण सिंह के घर के भीतर से कुंडी लगाकर रसोई में गैस सिलेंडर खोलकर आग लगा दी। उसके बाद वह खुद बुरी तरह झुलसते हुए बाहर भागने लगा, जिसे बचाने में दोनों परिवारों के 11 लोग झुलस गए थे। बुधवार रात उपचार के दौरान 45 वर्षीय मुन्नी देवी पत्नी नारायण गिरी, उनके बेटे 25 वर्षीय जीवन गिरी और 24 वर्षीय विनोद तथा आरोपी कुंदन नाथ की मां 64 वर्षीय भगवती देवी की मौत हो गई है।सात लोगों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
पड़ोसी की खुशी से हो रही थी जलन
रणकुंणी गांव के दो परिवारों की खुशी दुखों में तब्दील हो गई है। घटना के दिन पीड़ित परिवार स्कूटी लाने की खुशी मना रहा था। कुंदन का परिवार भी उनकी खुशी में शामिल होने पहुंचा था। नशे में धुत कुंदन को पड़ोसी की खुशी जरा भी रास नहीं आई। नशे में आपा खोए कुंदन ने रसोई सिलेंडर को आग लगाकर पड़ोसी का घर फूंक डाला था। अग्निकांड में 11 लोग बुरी तरह झुलस गए थे, जिनमें से मां और उनके दो बेटों सहित चार लोगों की मौत हो गई है।
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बात-बात पर आपा खोता है कुंदन
अग्निकांड को अंजाम देने वाला कुंदन नाथ शराब का आदी था। शराब पीकर वह अपना आपा खो देता था। 29 अक्तूबर को नारायण का परिवार नई स्कूटी लेकर आया था। शाम को वह इसकी खुशी मना रहे थे। कार्यक्रम में माधोनाथ, नारायण गिरी के परिवार के अलावा आस-पड़ोस के लोग भी शामिल हुए। पड़ोसी की खुशी की जलन में कुंदन ने उनके घर को आग के हवाले कर डाला था। वह शराब के नशे में धुत होकर वहां पहुंच गया और सबसे अभद्रता करने लगा। ये देख उसके पिता वहां से अपने घर आ गए, जबकि पड़ोस की एक महिला अपने दो बच्चों को लेकर किनारे हो गई। वहां मौजूद लोगों ने कुंदन को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नारायण के घर में घुस गया और सिलेंडर का पाइप खोलकर उसमें आग लगा दी। इस हादसे में दो परिवारों के चार लोगों की मौत हो गई।