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रातीघाट में भीषण सड़क हादसा : पुष्कर भैसोड़ा सहित तीन शिक्षकों की दर्दनाक मौत, एक घायल

State Employees Union President Pushkar Bhaisora ​​and two teachers died in a horrific road accident in Uttarakhand.
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Ratighat Accident: रातीघाट में शनिवार रात भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लॉक निवासी एजुकेशनल मिनिस्टीरियल ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के हवालबाग ब्लॉक अध्यक्ष संजय बिष्ट, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हवालबाग के महामंत्री सुरेंद्र भंडारी और मनोज कुमार एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए हल्दुचौड़ जा रहे थे। देर रात उनकी एक्यूवी कार अनियंत्रित होकर रातीघाट के पास 60 मीटर नीचे नदी में समा गई। सूचना मिलते ही आसपास के लोग और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही पुष्कर भैसोड़ा, संजय बिष्ट और सुरेंद्र भंडारी दम तोड़ चुके थे। घायल मनोज कुमार को प्राथमिक उपाचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है। हादसे में उनके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। भीषण हादसे के बाद उनकी कार के परखच्चे उड़ गए थे। जानकारी के मुताबिक पुष्कर भैसोड़ा और उनके साथी शिक्षक हल्दुचौड़ जा रहे थे। रातीघाट के पास सामने से आ रही कार को पास देने के दौरान उनकी गाड़ी अनियंत्रित होकर गहरी खाई में समा गई थी। खाई में गिरी कार में फंसे चार शिक्षकों में से तीन की मौत ने स्थानीय लोगों के आक्रोश को और भी बढ़ा दिया है। ग्रामीणों का साफ कहना है कि यदि सड़क किनारे पक्का डिवाइडर और सुरक्षा बैरियर होते, तो इस त्रासदी को टाला जा सकता था। खास बात यह है, कि इसी घटना स्थल पर पिछले चार साल में पांच बड़े हादसे हो चुके हैं।

घायलों को दो किमी पैदल ले गए

कार शिप्रा नदी में गहराई तक गिरी हुई थी और बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी। मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष नीरज बिष्ट और तारा सिंह भी मौजूद रहे। पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों ने मिलकर कठिन परिस्थितियों में राहत कार्य शुरू किया। वाहन को काटकर चारों शिक्षकों को बाहर निकाला गया। पुलिस के अनुसार, नदी में गिरने के बाद घायल अवस्था में संजय बिष्ट ने अपने घर अल्मोड़ा में फोन करके हादसे की सूचना दी। इसके बार परिजनों की सूचना पर पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया। नदी से मुख्य सड़क तक पहुंचने का कोई आसान रास्ता न होने के कारण रेस्क्यू टीम को घायलों को स्ट्रेचर पर दो किमी तक पैदल लेकर आना पड़ा। इसके बाद सभी को सीएचसी गरमपानी पहुंचाया। चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू होने के बावजूद चार में से केवल एक शिक्षक मनोज कुमार की ही जान बचाई जा सकी।

कर्मचारी हितों के लिए आवाज उठा रहे भैसोड़ा

भीषण हादसे में संघ के प्रदेश अध्यक्ष पुष्कर भैसोड़ा सहित तीन शिक्षकों की मौत से इलाके में शोक की लहर है।  हादसे में जान गंवाने वाले धौलादेवी निवासी पुष्कर सिंह भैसोड़ा कर्मचारियों के हितों के लिए लगातार संघर्षरत थे। यही कारण था कि कर्मचारियों ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष भी चुना था। इससे पूर्व वह जिलाध्यक्ष भी रहे थे। उनके निधन पर कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। वहीं, दो शिक्षकों के निधन पर भी शिक्षकों ने शोक जताया है। भैसोड़ा की आंदोलनों, बैठकों में उनकी सक्रिय भागीदारी रहती थी। कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए वह हमेशा खड़े रहते थे


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