जागेश्वर धाम में भीषण जाम, पांच किमी पैदल चले श्रद्धालु, कई दर्शन बगैर लौटे, अव्यवस्थाओं पर आक्रोश
Uttarakhand News:जागेश्वर धाम में इस कदर भीड़ उमड़ी कि यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। जागेश्वर से मोक्षधाम तक करीब तीन किमी तक सड़क के दोनों छोर पर वाहन खड़े होने से दिन भर जाम लगा रहा। जाम में फंसे श्रद्धालु अव्यवस्थाओं से काफी नाराज दिखे। लंबा जाम होने के कारण कई श्रद्धालु दर्शन बगैर ही आरतोला से बैरंग लौटने को विवश हुए।
Uttarakhand News:त्योहारी सीजन के दौरान पिछले कुछ दिनों से जागेश्वर धाम में श्रद्धालुओं का तांता उमड़ा हुआ है। इससे सुबह से ही जागेश्वर धाम में जाम की समस्या पैदा हो रही है। शनिवार को रिकॉर्डतोड़ भीड़ इस प्रकार उमड़ी की जागेश्वर से आरतोला तक सड़क दिन भर के लिए जाम हो गई। सुबह से ही जागेश्वर मार्केट में जाम लगने लगा था। सूचना मिलते ही पुलिस ने विनायक पुल के पास बैरियर लगाकर यातायात व्यवस्था बनाने की कोशिश की। सुबह करीब साढ़े नौ बजे से गाड़ियां विनायक पुल से ऊपर की ओर लगने लगी थी। दिन में 12 बजे तक वाहनों की कतार करीब तीन किमी दूर मोक्षधाम आश्रम के पास तक पहुंच गई थी। इस दौरान श्रद्धालु सड़क के दोनों ओर वाहन खड़े कर पैदल ही जागेश्वर की ओर आने लगे थे। देखते ही देखते दिन में डंडेश्वर से जागेश्वर तक जाम लग गया था। सड़क संकरी होने के कारण पैदल चलना भी दूभर हो गया था। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को आरतोला से तीन किमी दूरी पर स्थित जागेश्वर धाम पहुंचने में ढाई से तीन घंटे का समय लगा। दिन से लगा हुआ जाम शाम तक जारी था। सड़क जाम होने के कारण दर्जनों गाड़ियों में सवार सैकड़ों श्रद्धालु जागेश्वर धाम के दर्शन बगैर ही आरतोला से वापस लौट गए थे। जाम में फंसे श्रद्धालु होमगार्ड के जवानों से भी उलझते नजर आ रहे थे। वह लोग पुलिस प्रशासन की व्यवस्थाओं से काफी गुस्से में दिखाई दे रहे थे। जाम के कारण कई होटलों की बुकिंग भी कैंसल हुई। इससे व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ा।
पांच किमी पैदल चले श्रद्धालु
अचानक भीड़ बढ़ने के कारण जागेश्वर से मोक्षधाम तक वाहनों की कतारें लग गई थी। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालु मोक्षधाम या डंडेश्वर से पैदल जागेश्वर धाम तक पहुंचने और वापस लौटने को विवश हुए। महिलाएं, बुजुर्ग और छोटे बच्चे जाम से सर्वाधिक परेशान दिखे। कई महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में बिठाकर आरतोला से जागेश्वर तक पैदल पहुंची। पुलिस फोर्स कम होने और भीड़ अधिक होने की वजह से ये हालात पैदा हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार जागेश्वर को पांचवें धाम के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर यहां के लिए दो-चार अतिरिक्त पुलिस कर्मी मुहैया नहीं हो पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस प्रकार की अव्यवस्थाओं से धाम की छवि खराब हो रही है।
