Lok Sabha Elections:तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों का सियासी भविष्य तय करेगा हरिद्वार
लोस चुनाव (Lok Sabha Elections2024) में हरिद्वार सीट पर उत्तराखंड के तीन-तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों (former CM) की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। इनमें एक पूर्व सीएम खुद प्रत्याशी हैं, जबकि दो पर प्रत्याशी को जिताने की बड़ी जिम्मेदारी है। राजनैतिक जानकारों का मानना है कि हरिद्वार सीट तीन पूर्व सीएम का सियासी भविष्य तय करेगी।
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हरिद्वार संसदीय सीट पर 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इस चुनाव में उत्तराखंड के तीन पूर्व सीएम के राजनीतिक कौशल की भी अग्नि परीक्षा होनी है। इनमें पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद भाजपा प्रत्याशी है। दूसरे पूर्व सीएम और वर्तमान सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के कंधों पर भाजपा प्रत्याशी को जिताने का जिम्मा है। निशंक इस सीट पर लगातार दो बार सांसद रहे हैं। इस बार पार्टी ने उनकी जगह त्रिवेंद्र को मैदान में उतारा है।
हरीश रावत पर बेटे को जिताने का जिम्मा
पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत का सियासी भविष्य भी हरिद्वार सीट तय करेगी। हरिद्वार सीट से हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत कांग्रेस प्रत्याशी हैं। पार्टी आला कमान से पुत्र के लिए टिकट लेकर आए पूर्व सीएम हरीश रावत पर कांग्रेस को चुनाव जिताने का बड़ा दबाव है।
पोखरियाल पर भी बड़ी जिम्मेदारी
हरिद्वार सीट पर भाजपा का प्रदर्शन डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की आगे की राजनीति का रास्ता तय करेगा। उन पर त्रिवेंद्र रावत को जिताने का दबाव रहेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि इस सीट से भाजपा प्रत्याशी की जीत के बाद निशंक को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए भी पार्टी की ओर से मिले इस अवसर को हर हाल में भुनाने का दबाव है।