चारधाम में डॉक्टरों की फौज:पांचवें धाम में दवा भी मयस्सर नहीं
उत्तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) की व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। वहीं, दूसरी ओर राज्य में पांचवें धाम के रूप में विकसित हो रहे जागेश्वर में पर्यटक सीजन में एक कंपाउंटर तक की भी तैनाती नहीं हो पाई है। न यहां पर दवाओं की व्यवस्था की गई है। इससे श्रद्धालुओं का परेशानी उठानी पड़ रही है।

विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में पर्यटक सीजन शुरू हो गया है। लेकिन इस धाम में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी श्रद्धालुओं को खूब खल रही है। स्वास्थ्य खराब होने पर भक्तों को दवा या इंजेक्शन के लिए दर-दर की ठोकर खानी पड़ रही हैं। सरकार जागेश्वर को पांचवें धाम के रूप में विकसित करने जा रही है। लेकिन इस धाम में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। अस्पताल नहीं होने के कारण बीमार होने पर दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं को तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।
सीजन में चार लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
जागेश्वर धाम में एक दशक के दौरान कई गुना अधिक श्रद्धालु बढ़ गए हैं। करीब एक-डेढ़ दशक पूर्व में यहां पर केवल श्रावणी मेले में ही भीड़ लगती थी। इसी को देखते हुए श्रावणी मेले के दौरान यहां पर अस्थाई अस्पताल, पुलिस फोर्स, पेयजल आदि की व्यवस्था की जाती थी। लेकिन वर्तमान में गर्मियों के सीजन में श्रावणी मेले से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचने लगे हैं। हर सीजन में करीब चार लाख श्रद्धालु जागेश्वर धाम पहुंचते हैं। बावजूद इसके सीजन टाइम में भी यहां पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं की जा रही है।
जागेश्वर में एलोपैथिक अस्पताल नहीं
जागेश्वर धाम में एलोपैथिक अस्पताल आज तक नहीं बन पाया है। न यहां पर कोई मेडिकल स्टोर ही खुल पाया है। स्वास्थ्य बिगड़ने पर बिगड़ने पर श्रद्धालुओं को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि जागेश्वर धाम की ख्याती पूरे देश में फैल रहीहै, लेकिन यहां पर एक एलोपैथिक अस्पताल न होने से उन्हें काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है।
सात किमी दूर है अस्पताल
जागेश्वर धाम में अस्पताल न होने से स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही है। यहां तक की इस बड़े धाम में एक मेडिकल स्टोर भी नहीं है। मामूली बुखार आने पर भी लोगों को दवा के लिए तीन किमी दूरी पर स्थित आरतोला मेडिकल स्टोर में जाना पड़ता है। सात किमी दूर पनुवानौला में यहां से नजदीकी सरकारी अस्पताल है। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यहां से करीब 16 किमी दूर है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौलादेवी में स्थित है।
सीएमओ बोले, भेजा है प्रस्ताव
सीएमओ डॉ. आरसी पंत के मुताबिक जागेश्वर धाम में श्रावणी मेले के दौरान अस्थाई अस्पताल बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में डॉक्टरों की कमी चल रही है। ये भी बताया कि जागेश्वर में अस्पताल खोलने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।