लाखों रुपये खर्चने के बाद भी महिला का न सौंदर्य बढ़ा और न वजन हुआ कम, आयोग पहुंचा मामला
Unique Complaint: उत्तराखंड में एक महिला ने ब्यूटी पार्लर कंपनी के खिलाफ राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि 15 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी न तो उनका सौंदर्य निखरा और न उनका वजन ही कम हुआ। महिला आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया है।

Unique Complaint: उत्तराखंड में 15 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी एक महिला की सुंदरता नहीं बढ़ी। भारी रकम खर्चने के बाद न उनका वजन ही कम हुआ। देहरादून के नत्थनपुर निवासी एक महिला ने राज्य महिला आयोग में इस बात की शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने बताया कि वह साल 2021 में कंपनी में वजन कम कराने गईं थी। उनका वजन 85 किलो था। कंपनी ने दावा किया कि एक साल में वजन 25 किलो तक घट जाएगा। बताया गया कि वजन कम होने पर त्वचा ढीली पड़ जाएगी, जिसके लिए अलग थैरेपी होगी। कई तरह की त्वचा और वजट घटाने की थैरेपी के बावजूद कोई खास फायदा नहीं हुआ। उनकी सुंदरता में जरा भी निखार नहीं आया और न उनका वजन ही कम हो पाया। इसी शिकायत को लेकर उन्होंने उत्तराखंड महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया है।
85 किलो था वजन
पीड़ित महिला के मुताबिक वजन घटाने और सुंदरता बढ़ाने के लिए किए गए उस ट्रीटमेंट के एवज में उन्होंने कंपनी को 15 लाख रुपये भुगतान किया। वहीं दूसरी ओर कंपनी के अनुसार महिला ने कुल 12.91 लाख दिए थे। आयोग में काउंसलिंग के दौरान कंपनी के सेक्टर हेड ने बताया कि थैरेपी से महिला के चेहरे पर जलन-खुजली की समस्या हो गई। महिला का पांच किलो तक वजन भी कम हुआ। इस बीच महिला को कोविड हो गया। इसके चलते उनका ट्रीटमेंट कारगर नहीं हो पाया। इसी के चलते महिला ने राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।
ये भी पढ़ें:- सल्ट बस हादसे में पुलिस चूक उजागर, एसओ सहित चार पर गिरी गाज
आठ लाख लौटाएगी कंपनी
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने पीड़िता और कंपनी की काउंसिलिंग कराई। काउंसिलिंग के दौरान पीड़िता ने कंपनी से 25 लाख रुपये मुआवजे मांग उठाई थी। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल के मुताबिक महिला 25 लाख रुपये मांग रही है। समझौते के बाद कंपनी आठ लाख रुपये लौटाने को राजी हुई है। वहीं कंपनी ने दस्तावेजों में ऐसा दावा किया है तो कंज्यूमर फोरम में शिकायत दायर की जा सकती है। सेक्शन टू-डी के तहत सेवा में कमी साबित होने पर जुर्माने का प्रावधान है।