जागेश्वर जूहा के भवन में चौड़ी हुई दरारें, हाईस्कूल जर्जर, खतरे में बच्चे, भवन खाली कराने के आदेश
School children in danger:जागेश्वर धाम के जूनियर हाईस्कूल के भवन में दरारें बढ़ते जा रही हैं। एहतियातन बच्चों को अब खुले में पढ़ाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर हाईस्कूल का एक नवनिर्मित भवन लगभग ध्वस्त होने की कगार पर पहुंच चुका है। इससे यहां बड़े हादसे की आशंका जताई जा रही है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने तत्काल स्कूल बिल्डिंग खाली कर बच्चों को अन्यत्र शिफ्ट करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

School children in danger:अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम के जूनियर हाईस्कूल भवन का निर्माण 2004 में हुआ था। निर्माण कार्य में गुणवत्ता नहीं होने के कारण जूहा के भवन में दरारें पड़ने लगी थी। वर्तमान में इस स्कूल में 65 बच्चे अध्ययनरत हैं। लेकिन स्कूल भवन जर्जर होने से बच्चों और उनके अभिभावकों में भय का माहौल है। बरसात के मौसम में पिछले कुछ साल से इस स्कूल को बंद करना पड़ रहा था। अब जूनियर हाईस्कूल भवन में दरारें बढ़ते जा रही हैं। भवन की छत भी झुकने की कगार पर है। हर कक्षा कक्षों की दीवारों में चौड़ी-चौड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। खतरे को देखते हुए इस स्कूल के कक्षों में ताले जड़ दिए गए हैं। इसके कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे पढ़ने को विवश होना पड़ रहा है। अभिभावक हरीश भट्ट नाथू, भूवन भट्ट, हरीश चंद्र आदि का कहना है कि जूहा की बिल्डिंग में दरारें बढ़ने के कारण बच्चों को स्कूल भेजने में भय लग रहा है।आज सामाजिक कार्यकर्ता केवल भट्ट ने स्कूल पहुंचकर बिल्डिंग का जायजा लिया। स्कूल के शिक्षक भोला दत्त पंत के मुताबिक जूहा की बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण या मरम्मत की मांग पर आला अधिकारियों को प्रधानाध्यापक स्तर से कई बार पत्र भेजे जा चुके हैं।केवल भट्ट ने कहा कि तीन चार साल के भीतर इस स्कूल भवन के निर्माण के लिए करीब 10 बार प्रस्ताव विभाग को भेजे जा चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि हालात ये ही रहे तो समस्त अभिभावक आंदोलन पर उतारू हो जाएंगे।

ठेकेदार निगल गया पूरी बिल्डिंग
जूनियर हाईस्कूल जागेश्वर को पिछले कुछ साल पहले ही हाईस्कूल की मान्यता मिली थी। साल 2018 में हाईस्कूल भवन निर्माण के लिए करीब 54 लाख रुपये शासन ने अवमुक्त कराए थे। ठेकेदार ने एक हाईस्कूल की एक बिल्डिंग जूहा के पास जबकि दूसरी प्राथमिक स्कूल के नीचे बनाई थी। प्राथमिक स्कूल के नीचे बना हाईस्कूल भवन ध्वस्त हो चुका है। इस भवन की छत भी बैठ चुकी है। बाहर चहारदीवारी भी गायब हो चुकी है। वहीं ऊपर बनी बिल्डिंग भी छह साल के भीतर ही जर्जर हो चुकी है। अभिभावकों का आरोप है कि ठेकेदार ने गुणवत्ताहीन कार्य किया था, जिसके चलते भवन की ये हालत हुई है। उन्होंने जिलाधिकारी से हाईस्कूल भवन निर्माण की जांच कराने और ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है।
विधायक करेंगे सीईओ से वार्ता
इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी अत्रेश सयाना का कहना है कि जागेश्वर में जूनियर हाईस्कूल और हाईस्कूल भवन के जर्जर होने का मामला उनके संज्ञान में आ चुका है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन को जर्जर भवन खाली कर बच्चों को अन्यत्र शिफ्ट करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। बताया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। इधर, जागेश्वर के विधायक मोहन सिंह मेहरा का कहना है कि उन्हें भी इस स्कूल भवन के जर्जर होने की सूचना पूर्व में ही मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भी पूर्व में ही भेज चुके हैं। बताया कि जल्द ही संबंधित अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली जाएगी।
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