कोरोना से 10 लोगों की मौत के मामले में निजी अस्पताल पर मुकदमा
कोविड के दौरान 10 से अधिक लोगों की मौत के मामले में रुड़की के विनय विशाल अस्पताल पर चार साल बाद केस दर्ज हुआ है। मजिस्ट्रेटी जांच में सामने आया है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण कई लोगों को कोविड के दौरान दम तोड़ना पड़ा था।

कोरोना से 10 लोगों की मौत का मामले में हरिद्वार जिले के रुड़की के विनय विशाल अस्पताल पर मुकदमा दर्ज हुआ है। रुड़की के विनय विशाल अस्पताल में पांच नवंबर 2021 को कई मरीज भर्ती थे। उसी दौरान अचानक दस से अधिक मरीजों की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था। अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने की बात कहकर मौत के मामले पर कंबल डाल दिया था। क्या वाकई अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पा रही थी, इस बात की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश जारी हुए थे। अब मजिस्ट्रेटी रिपोर्ट सामने आ गई है। इसमें कोविड से मौतों के लिए अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की बात कही गई है। मजिस्ट्रेटी जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अनिल कुमार ने रुड़की कोतवाली में विनय विशाल अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में विनय विशाल अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब आगे की कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में कई लोगों की मौत के मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के दौरान विनय विशाल अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन सप्लाई बाहर से नहीं होने की बात कही थी। जांच में ये बात असत्य पाई गई। तहरीर में बताया गया है कि कोविड के दौरान पांच नवंबर साल 2021 में रुड़की के विनय विशाल अस्पताल में कई मरीजों की मौत हो गई थी। उस दौरान अस्पताल प्रबंधन की तरफ से ऑक्सीजन आपूर्ति नहीं होने की गलत जानकारी प्रशासन को दी थी।
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