अल्मोड़ा में भाजपा-कांग्रेस नेताओं में चले लात-घूंसे, मची अफरा-तफरी

There was a fight between BJP and Congress leaders during Almora Municipal Corporation elections
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अल्मोड़ा के मल्ला महल में कल नगर निकाय चुनाव के दौरान जमकर बवाल हुआ। रामशिला वार्ड में सुबह करीब करीब साढ़े आठ बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लोगों को मतदान करने से रोकने का आरोप लगाया। इस पर डीएम आलोक पांडेय और एसएसपी देवेंद्र पींचा ने मौके पर पहुंचे उन्हें समझाकर शांत करा दिया था। उसके बाद दोनों दलों के बीच शाम चार बजे मारपीट हो गई। बताया जा रहा है कि पूरे घटनाक्रम में भाजपा से जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा और कांग्रेस से जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज, विधायक मनोज तिवारी, दीप डांगी मौजूद रहे। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के नेताओं ने उनके कार्यकर्ताओं पर हाथ उठाया जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर फर्जी मतदान करवाने और गाली गलौज करने का आरोप लगाया है। दोनों दलों ने इस घटनाक्रम के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस दूसरे राज्यों के मतदाताओं से वोट करा रही थी। वहीं कांग्रेस का कहना है कि वोटर लिस्ट प्रशासन ने बनाई है हमने नहीं।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष पर मुकदमा

बीते दिनों एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में पुलिस ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दो दिन पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया था। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने दावा किया था वह युवक भाजपा से जुड़ा हुआ है और मतदाताओं को रुपये बांटने के लिए मोहल्ले में घुसा हुआ है। इधर, उस युवक ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जबरन उनका वीडियो बनाया। उसके साथ मारपीट भी की। इस मामले में पुलिस ने भूपेंद्र भोज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

अल्मोड़ा में भाजपा-कांग्रेस नेताओं में मारपीट

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अल्मोड़ा में शर्मशार हुई राजनीति

अल्मोड़ा नगर निगम चुनाव की चिंगारी आखिरकार रामशिला वार्ड में सुलगी। जुबानी जंग से शुरू हुआ चुनाव शाम होते-होते मारपीट तक पहुंच गया। हालात ऐसे हो गए कि प्रशासन को छोटे से वार्ड में मतदाताओं से अधिक पुलिस तैनात करनी पड़ी। यहां पर दोनों दलों के वरिष्ठ नेता ही हाथापाई पर उतर गए। किसी ने भी अपने पद का लिहाज नहीं किया। अपशब्दों का प्रयोग ऐसा था कि कोई भी शर्मशार हो जाए। जिसे जहां मौका मिला हाथ साफ कर लिया। इसमें सबसे आगे वरिष्ठ नेता ही थे।


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