होली पर महंगा सफर ढीली करेगा जेब, बस और ट्रेनों की बुकिंग फुल
Problems due to expensive travel:होली मनाने घर आने और फिर वापस जाने वाले यात्रियों को महंगे सफर की मार झेलनी पड़ सकती है। होली के चलते रेलगाड़ियों की एडवांस बुकिंग पैक चल रही है। वहीं, बसों की ऑनलाइन बुकिंग भी फुल हो चुकी है। इससे यात्रियों को तमाम परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं।

Problems due to expensive travel:उत्तराखंड में आगामी त्योहारों पर यात्रियों को महंगे सफर की मार झेलनी पड़ सकती है। होली को लेकर बसों और ट्रेनों में अभी से मारामारी की स्थिति पैदा हो चुकी है। होली पर देहरादून, हल्द्वानी सहित अन्य जिलों को आने और जाने वाली लंबी दूरी की कई ट्रेनें पैक हो चुकी हैं। अब लंबी वेटिंग शुरू हो गई है। हवाई सेवाओं में होली के आसपास की तिथियों के टिकट महंगे हो गए हैं। वहीं, रोडवेज की ऑनलाइन बसें भी एडवांस में पैक होने लगी हैं।हर साल होली पर ल सार्वजनिक वाहनों में सीट के लिए मारामारी रहती है। ऐसे हालात में प्राइवेट बसों के किराये में मनमानी की शिकायतें बढ़ जाती हैं। यात्रियों से दोगुना किराया वसूला जाता है। लेकिन सरकारी सिस्टम न तो पर्याप्त बसें मुहैया करवा पाता है और न ही लूट खसोट की रोकथाम कर पाता है। वहीं दूसरी ओर त्योहार पर घर जाने वाले लोगों की भीड़ बढ़ने पर रेलवे की प्रीमियम ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर दस प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इसके अलावा टैक्सियों और प्राइवेट बसों के किराये में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हो जाती है। हालांकि, सामान्य श्रेणी की ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर लागू नहीं होता। देहरादून से गोरखपुर जाने वाली राप्तीगंगा सप्ताह में एक दिन चलती है। होली तक इस ट्रेन के स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी और एसी फर्स्ट क्लास में सभी सीटें बुक हो चुकी हैं, अब वेटिंग चल रही हैं। स्लीपर क्लास में वेटिंग लंबी हो गई है। दून से हावड़ा वाली उपासना के स्लीपर, इकोनॉमिक, थर्ड एसी, सेकेंड एसी और फर्स्ट एसी की सभी सीटें फुल हो चुकी हैं। कुंभ एक्सप्रेस भी होली तक फुल हो गई है। देहरादून से वाराणसी वाली जनता एक्सप्रेस भी फुल है। दून-दिल्ली की ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी हैं।इधर, काठगोदाम स्टेशन की ट्रेनें भी फुल होने लगी हैं।
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हवाई सेवा के टिकट भी महंगे किए
होली पर्व के दौरान हमेशा ही यात्री महंगे सफर से जूझते हैं। त्योहारों पर कई यात्रियों को फ्लैक्सी फेयर के चलते सामान्य दिनों के मुकाबले में दोगुना तक किराया चुकाना पड़ता है। दून से दिल्ली तक हवाई सेवा का किराया सामान्य दिनों में 3000-3500 रुपये के बीच रहता है, लेकिन अब यह 7000-8000 रुपये तक पहुंच गया है। बेंगलुरु जाने का किराया भी करीब 7000 रुपये से बढ़कर 12000 से 15000 रुपये हो गया है। फ्लैक्सी फेयर दरअसल, एक ऐसी प्रणाली है, जिसके तहत, जब यात्री संख्या अधिक होती है या मौसम विशेष (जैसे त्योहार, छुट्टियां आदि) के दौरान यात्रा का दबाव बढ़ता है, तो किराये में इजाफा कर दिया जाता है।
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