उत्तराखंड में जल्द कैबिनेट विस्तार के आसार, एक मंत्री की छिन सकती है कुर्सी!
Uttarakhand Cabinet:उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई हैं। राज्य में चार मंत्रियों के पद लंबे समय से खाली पड़े हुए हैं। ऐसे में जल्द ही कुछ विधायकों को मंत्री बनाए जाने की सुगबुगाहट है। इसके अलावा चर्चा ये भी है कि राज्य में एक मंत्री को पद से भी हटाया जा सकता है। चर्चा न केवल विस्तार की है, बल्कि कैबिनेट में बदलाव की भी है।

Uttarakhand Cabinet:उत्तराखंड में खाली पड़े मंत्रियों के पदों को जल्द ही भरा जा सकता है। बता दें कि राज्य में लंबे समय से मंत्रियों के चार पद रिक्त चल रहे हैं। इसी बीच अब राज्य में कैबिनेट विस्तार और मंत्रीमंडल में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि इन चार खाली पदों को भरने के साथ ही कुछ बदलाव भी धामी सरकार कर सकती है। साथ ही मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल की संभावना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी कैबिनेट विस्तार के संकेत दिए हैं। उनका कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व को इस पर फैसला लेना है। इधर, हालिया दिनों में हुईं कुछ घटनाएं और खासतौर पर क्षेत्रवाद को लेकर हुई बयानबाजियों के बाद भी मंत्रीमंडल में बदलाव की चर्चाएं शुरू हो गई थी। हालांकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि किसे रखना और किसे हटाना है इस पर केंद्र को ही निर्णय लेना है। आने वाले दिनों में ये दिलचस्प होगा कि कैबिनेट विस्तार में किन विधायकों को वरीयता दी जाएगी। ये भी चर्चा है कि दिवंगत कैबिनेट मंत्री चंदनराम दास की जगह कुमाऊं के पर्वतीय जिलों के किसी विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में अल्मोड़ा लोस सीट से अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के किसी विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।
ये भी पढ़ें-Uttarakhand News:वन पंचायतों को ग्राम प्रधानों के अधीन लाने का विरोध ,विस अध्यक्ष से मिले सरपंच
एक मंत्री को हटाने की भी चर्चा
राज्य में पिछले कुछ समय से नेताओं से जुड़ी तमाम घटनाएं सामने आ चुकी हैं। एक नेता के क्षेत्रवाद पर दिए बयान से पूरे उत्तराखंड में आक्रोश छा गया था। ऐसे हालात में चर्चा ये भी है कि राज्य में कैबिनेट विस्तार के साथ ही एक मंत्री को हटाया भी जा सकता है। उनकी जगह किसे मंत्री बनाया जाएगा, ये बड़ा सवाल है। ये भी कहा जा रहा है कि परफॉरमेंस के आधार पर एक कैबिनेट मंत्री को बदला जा सकता है।
ये भी पढ़ें-कर्मचारियों को पदोन्नति के मानकों में मिलेगी छूट, UPS भी हुआ मंजूर
अल्मोड़ा-नैनीताल से बन सकते हैं मंत्री
अल्मोड़ा लोस सीट के चार पर्वतीय जिलों में से चम्पावत जिले में केवल दो विस सीटें है। चम्पावत से सीएम पुष्कर सिंह धामी विधायक हैं और लोहाघाट में कांग्रेसी विधायक हैं। ऐसे में यदि लोस सीट का फार्मूला अपनाया जाता है तो अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले से किसी भाजपा विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा नैनीताल जिले से भी किसी भाजपा विधायक को मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं लोग जता रहे हैं। भाजपा 2027 विस चुनाव और अन्य समीकरणों को साधते हुए मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकती है।
ये भी पढ़ें-उत्तराखंड में शराब होगी महंगी! ओवर रेटिंग पर सीधे लाइसेंस निरस्त, नई आबकारी नीति मंजूर