उत्तराखंड में BJP जिलाध्यक्षों का चयन इसी हफ्ते होगा, तय हुआ नामों का पैनल
BJP Organizational Elections:उत्तराखंड में भाजपा के नए जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान इसी सप्ताह हो जाएगा। गहन मंथन के बाद पहले चरण में पार्टी ने 19 जिलों के लिए अध्यक्षों के तीन-तीन दावेदारों का पैनल तैयार कर लिया है। उनमें से एक-एक नाम जिलाध्यक्ष के लिए घोषित हो जाएंगे। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्सुकता का माहौल है।

BJP Organizational Elections:उत्तराखंड में भाजपा जिलाध्यक्षों की चयन प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। राज्य में भाजपा ने पहले चरण में 19 जिलाध्यक्षों के लिए पैनल तैयार किया है। शेष जिलाध्यक्षों का पैनल जल्द तैयार हो जाएगा। राज्य में भाजपा मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा पूर्व में ही हो चुकी है। भाजपा में ही मंडल और जिलाध्यक्षों के चयन का लक्ष्य रखा था। लेकिन दावेदारों की फेहरिश्त लंबी होने के कारण राय शुमारी में अधिक वक्त लग गया था। इधर, अब संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया के तहत भाजपा ने मार्च पहले सप्ताह में सभी जिलों के अध्यक्षों का नाम फाइनल करने का टारगेट रखा है। इसके लिए सभी जिलों से पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट मांगी गई थी। साथ ही कार्यकर्ताओं की राय शुमारी और जनता का फीडबैक भी लिया गया है। इसी के आधार पर तैयार की गई इस रिपोर्ट पर रविवार को पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने विचार किया, जिसके आधार पर अब तीन-तीन नामों का पैनल गठित कर लिया गया है। अब इसी सप्ताह प्रदेश स्तर से सभी जिलों के अध्यक्षों के नामों घोषणा हो जाएगी। समय आगे बढ़ते ही दावेदारों धड़कने भी तेज होने लगी है। इधर, बताया जा रहा है कि तमाम दावेदार जिलाध्यक्ष बनने के लिए तिकड़म बैठाने में जुटे हुए हैं। वह अपने-अपने गुट के नेताओं के संपर्क में हैं। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह के मुताबिक रविवार को हुई पार्टी की बैठक में 19 जिलों के लिए पैनल गठित कर दिए गए हैं। शेष जिलों के लिए अगले एक-दो दिन में पैनल गठित कर लिया जाएगा। बताया कि सभी जिलों के लिए पैनल बनने के बाद जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान कर कर दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें- चमोली एवलांच में लापता मान जिसे तलाश रही थी सेना, वह हिमाचल में मिला
नहीं मिलेगा तीसरा मौका
बीजेपी ने जिलाध्यक्ष चयन के लिए इस बार नया फार्मूला तय किया है। इसके तहत किसी भी दावेदार को तीसरा मौका नहीं दिया जाएगा। इसी के चलते कई दिग्गज नेता मायूस होकर जिलाध्यक्ष की रेस से पहले ही बाहर हो चुके हैं। इसके अलावा भाजपा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को जिलाध्यक्ष नहीं बनाएगी। साथ ही खराब छवि वालों को भी इस पद पर नहीं बैठाएगी। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अभी तक न होने की वजह से अब राज्य में भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होगी।
ये भी पढ़ें- उत्तराखंड में लापरवाह कर्मचारी जबरन किए जाएंगे रिटायर, सीएम ने दिए निर्देश