Uttarakhand:खतरे में पड़ी 15 सौ अतिथि शिक्षकों की नौकरी
Uttarakhand: राज्य के माध्यमिक स्कूलों में तैनात 1500 अतिथि शिक्षकों की नौकरी पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। अतिथि शिक्षकों को नौकरी छिनने का भय सताने लगा है। इससे अतिथि शिक्षक और उनके परिवारजन परेशान हैं। आगे पढ़ें कि आखिर अतिथि शिक्षकों की नौकरी क्यों संकट में पड़ी हुई है…

Uttarakhand:उत्तराखंड के माध्यमिक स्कूलों में तैनात 1500 अतिथि शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। दरअसल, राज्य में जल्द ही शिक्षा विभाग अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 1554 एलटी कैडर शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी कर रहा है। स्थायी शिक्षक की तैनाती पर स्कूल में पूर्व से तैनात अस्थायी शिक्षकों को हटाने का प्रावधान है। एलटी कैडर के स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति होने पर अतिथि शिक्षकों की नौकरी संकट में मानी जा रही है। इससे अतिथि शिक्षक परेशान हैं। उनके सामने करिअर का सवाल खड़ा हो गया है। माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री दौलत जगूड़ी के मुताबिक नई भर्ती वाले शिक्षकों को उन स्कूलों में ही तैनात किया जाए जहां पद रिक्त हैं। उन्होंने अतिथि शिक्षकों की तैनाती वाले स्कूलों में स्थाई शिक्षकों को नहीं तैनात करने की पुरजोर मांग उठाई है। वहीं, दूसरी ओर एडी माध्यमिक डॉ. मुकुल कुमार सती के मुताबिक एलटी कैडर में चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन के बाद यूकेएसएसएससी शिक्षा विभाग को सूची दे देगा। उन्होंने कहा कि जिन अतिथि शिक्षकों को हटाया जाएगा, उन्हें दूसरे स्कूलों में समायोजित करने का प्रयास किया जाएगा। कहा कि नियमित शिक्षकों की तैनाती से अतिथि शिक्षकों पर संकट नहीं आने दिया जाएगा।
ठोस नीति बनाने की मांग
अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश कोरंगा के मुताबिक उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में साल 2015-16 से अतिथि शिक्षक से एलटी और प्रवक्ता कैडर में सेवाएं दे रहे हैं। शिक्षा विभाग ने हाल में विज्ञान और कला विषय में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियां करते हुए पदों को भरा है। ऐसे में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति से प्रभावित होने वाले अतिथि शिक्षक का समायोजन भी मुश्किल हो सकता है। सरकार को अतिथि शिक्षकों के लिए ठोस नीति बनानी होगी।