DGP पद से हट सकते हैं अभिनव कुमार, केंद्र ने इसलिए लौटाया नाम
DGP Appointment:डीजीपी अभिनव कुमार को जल्द ही पद से हटाया जा सकता है। दस माह पूर्व ही उन्हें उत्तराखंड का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया था। इसी बीच अब जल्द ही उन्हें पद से हटाए जाने की संभावना है। आगे पढ़ें कि अब आखिर किस अफसर को उत्तराखंड के डीजीपी की कमान सौंपी जा सकती है…

DGP Appointment:आईपीएस अभिनव कुमार जल्द ही उत्तराखंड डीजीपी पद से हट सकते हैं।उन्हें पिछले साल 30 नवंबर को उत्तराखंड का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। महज 50 साल की उम्र में ही उन्हें उत्तराखंड का डीजीपी बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। वह 1995 यूपी बैच के आईपीएस अफसर हैं। सरकार ने तीन सीनियर बैच के अफसरों के बावजूद उन्हें उत्तराखंड का डीजीपी बनाया था। इसी बीच केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के डीजीपी चयन के लिए सरकार से वरिष्ठ आईपीएस अफसरों के नाम मांगे थे। उस सूची में भी अभिनव कुमार का नाम टॉप पर बताया जा रहा था। इसी बीच अब खबर आ रही है कि अभिनव कुमार डीजीपी की रेस से बाहर हो गए हैं।
यूपी कैडर के कारण हुए बाहर
अभिनव कुमार 1995 बैच के आईपीएस हैं। यूपी कैडर होने के चलते आयोग ने उनके नाम पर असहमति व्यक्त की। उत्तराखंड कैडर के दीपम सेठ (1995 बैच), डॉ. पीवीके प्रसाद (1995 बैच) और अमित कुमार सिन्हा (1997 बैच) का नाम इस दौड़ में शामिल हैं। जल्द ही उत्तराखंड के नए डीजीपी की घोषणा हो जाएगी। दीपम सेट, अमित कुमार या फिर डॉ. पीवीके प्रसाद के डीजीपी बनने की संभावना अधिक हो गई है।
ये भी पढ़ें:- अब 99 रुपये में मिलेगी ब्रांडेड शराब की बोतल, सरकार ने बदली आबकारी नीति
इसलिए नियुक्त किया था कार्यवाहक डीजीपी
पिछले साल 30 नवंबर को उत्तराखंड के 12वें कार्यकारी डीजीपी के रूप में 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार की ताजपोशी हुई थी। यह उस शिथिलता के कारण हुआ, जो देश के पांच राज्यों के लिए बरती गई थी। इसी शिथिलता के कारण उन्हें उत्तराखंड का कार्यकारी डीजीपी नियुक्त किया गया था। ये भी माना जा रहा था कि जल्द ही उन्हें स्थाई डीजीपी नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन यूपी कैडर के कारण वह डीजीपी की रेस से बाहर हो गए हैं।