जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के विकास कार्य अब पकड़ेंगे रफ्तार
Almora News:जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के विकास कार्य अब रफ्तार पकड़ेंगे। मंदिर समिति और पुजारियों के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय से कलक्ट्रेट में मुलाकात कर उनका स्वागत किया। साथ ही उन्हें जागेश्वर क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू कराया। उन्होंने नए प्रबंधक की नियुक्ति होने तक मंदिर समिति में नए वॉलिएंटर्स या कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में रोक लगाने की मांग भी उठाई।

Almora News:जागेश्वर मंदिर समिति के शिष्टमंडल ने शुक्रवार को मंदिर समिति उपाध्यक्ष नवीन भट्ट, जागेश्वर ज्योर्तिलिंग के मुख्य पुजारी पंडित हेमंत भट्ट, महामृत्युंजय मंदिर के प्रधान पुजारी शुभम भट्ट और ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख योगेश भट्ट की मौजूदगी में अल्मोड़ा कलक्ट्रेट में डीएम आलोक पांडेय से भेंट कर उन्हें क्षेत्र की समस्याओं और विकास कार्यों से रूबरू कराया। मंदिर समिति उपाध्यक्ष ने जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति का सीएजी ऑडिट करवाने, मंदिर समिति के मद से जागेश्वर में स्ट्रीट लाइट लगवाने, महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण दिलवाने, क्षेत्र में खेलकूद गतिविधियां शुरू करवाने आदि मांगें उठाई।
जल्द जागेश्वर आएंगे डीएम
ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख ने डीएम को क्षेत्र में आपदा में ध्वस्त हुए मार्गों का निर्माण करवाने, क्षेत्र में संस्कृत स्कूल खुलवाने सहित विभिन्न प्रस्ताव सौंपे। डीएम ने शिष्टमंडल को बताया कि जल्द ही जागेश्वर धाम में व्यापक स्तर पर विकास कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वह अगले सप्ताह ही जागेश्वर पहुंचकर विकास कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे। इससे पूर्व पंडित हेमंत भट्ट और पंडित शुभम भट्ट आदि ने जिलाधिकारी को ‘जागेश्वर महात्म्य’ पुस्तिका भी भेंट की।
तो प्रशासक की होगी तैनाती!
जागेश्वर मंदिर समिति में प्रबंधक का कार्यकाल जल्द ही पूरा होने वाला है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने नए प्रबंधक की नियुक्ति की प्रक्रिया जुलाई से ही शुरू कर दी थी। अब आवेदकों की फाइलें एडीएम की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति के पास जाएंगी। इस प्रक्रिया में अभी कुछ समय लगने की संभावना है। दरअसल, मंदिर समिति की वर्तमान प्रबंधक की नियुक्ति के आदेश 26 सितंबर 2021 को हुए हैं। उन्होंने सात अक्तूबर को तैनाती ली थी। ऐसे हालात में तय समय के भीतर नए प्रबंधक की नियुक्ति चुनौती हो सकती है। लिहाजा ऐसे हालात में जल्द ही मंदिर समिति में प्रशासक नियुक्त होने की संभावना है।