अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी को महंत घोषित करने से साधु-संत हैरान, जांच समिति गठित
underworld don pp news: कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को जूना अखाड़े का महंत बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले से खुद जूना अखाड़ा भी हैरान है। इसकी जांच के लिए जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरिगिरि महाराज की अध्यक्षता में हुई जूना अखाड़े के संतों की बैठक में सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।

underworld don pp news: अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी पर फिरौती, गैंगवार, हत्या, अपहरण सहित कई मुकदमे दर्ज हैं। वह साल 2010 में वियतनाम से गिरफ्तार हुआ था। इस वक्त वह अल्मोड़ा जेल में सजा काट रहा है। कुछ समय पहले ही अचानक उसके जेल में ही सन्यास लेने की बात सामने आई थी। उसकी जेल में ही दीक्षा भी हुई थी। तीन दिन पूर्व ही जूना अखाड़े से जुड़े कुछ संतों ने उसे कई मठों का मठाधीन नियुक्त करने और जल्द ही उसे मंडलेश्वर की उपाधि देने की घोषणा की थी। कुख्यात पीपी के जूना अखाड़े का सन्यासी बनने को लेकर माहौल गर्मा गया था। इसी को लेकर शनिवार को यूपी के नगीना में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरिगिरि महाराज की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई।
जेल से बाहर आने का पैतरा!
पीपी को जेल में 14 साल हो गए हैं। इसी बीच उसके सन्यास की घोषणा से हर कोई सकते में है।लोग ये भी अंदेशा जता रहा हैं कि भगवा धारण कर वह जेल से बाहर आने का पैंतरा चल रहा है। चर्चाएं ये भी हैं कि उसे राजनैतिक संरक्षण भी प्राप्त है। इससे पहले वह जेल में फोन चलाता हुआ भी पकड़ा गया है। जेल से ही वह अपना नेटवर्क चलाता था। तीन दिन पहले उसे उपचार के लिए जेल से निकालकर हल्द्वानी ले जाया गय था। उसी के अगले दिन साधुओं ने अल्मोड़ा में प्रेसवार्ता कर उसे कई मठों का मठाधीश भी नियुक्त करने को घोषणा कर दी थी।
लेनदेन के खातिर सन्यासी बनाने का एंगल
महंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि जिन संतों ने पीपी को मठाधीश या मंडलेश्वर बनाने की कार्यवाही की, उनको जांच के दायरे में लाया जाएगा। अगर जांच में ये बात साबित होती है कि पैसा लेकर पीपी को महंत बनाया गया है तो कड़ी कार्रवाई होगी। कमेटी की ओर से कहा गया है कि जांच में किसी तरह का लेनदेन मिला तो दोषियों को अखाड़े से बाहर किया जाएगा। दीक्षा देने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।