चारधाम की तरह Kainchi Dham में भी बदल जाएगी दर्शन करने की व्यवस्था
Kainchi Dham Darshan Arrangement:उत्तराखंड के चारधाम की तरह ही कैंची धाम में भी दर्शन की व्यवस्था बदल जाएगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में अफसरों को निर्देश दिए हैं कि कैंची धाम में भी दर्शन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था शीघ्र करें। कैंची धाम सहित सात मंदिरों में यात्रा प्राधिकरण लागू होने वाला है।

बाबा नीब करौरी महाराज के कैंची धाम में भी चारधाम की तर्ज पर ही श्रद्धालुओं के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था होगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को एफटीआई सभागार में मानसखंड मंदिर माला के तहत कैंची धाम में होने वाले मेले की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कुमाऊं मंडल में पेयजल, बिजली आपूर्ति समेत सड़कों के कार्यों की भी समीक्षा की। सीएम ने कहा कि कैंची धाम में आने वाले पर्यटकों की संख्या में हर रोज बढ़ोत्तरी हो रही है। सीएम ने डीएम को इसके लिए पर्यटन विभाग के माध्यम से कैंची धाम में यात्रियों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
सात मंदिरों में लागू होगा प्राधिकरण
शासन स्तर से उत्तराखंड के सात मंदिरों में यात्रा प्राधिकरण लागू करने की तैयारी की जा रही है। इनमें जागेश्वर धाम, कैंची धाम और मां पूर्णागिरी मंदिर भी शामिल है। इन मंदिरों में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए सरकार इन मंदिरों को यात्रा प्राधिकरण से जोड़ने की तैयारी कर रही है। इससे श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी।
लीपापोती नहीं होगी बर्दाश्त
सीएम धामी ने बैठक में निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के कार्यों की गुणवत्ता और पेयजल योजना में लगने वाले पाइपों की मोटाई मानकों के अनुरूप न होने की शिकायतों पर शीघ्र आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कुमाऊं मंडल के सभी जिलाधिकारियों को 5 करोड़ रुपये से अधिक लागत की योजनाओं के भौतिक सत्यापन के लिए स्थलीय निरीक्षण के निर्देश भी दिए। साथ ही कुमाऊं आयुक्त को योजनाओं की मॉनिटरिंग करने और लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं में हीलाहवाली और लीपापोती कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।