फिर विवादों में घिरे भाजपा विधायक: अब भूमि कब्जाने का लगा आरोप
MLA in controversy:रानीखेत विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल और उनके भाई सतीश नैनवाल एक बार फिर से विवादों में घिर गए हैं। इस बार उनपर एक युवती ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। लोगों ने इस मामले में संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया है। वहीं, विधायक ने युवती के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है।

रानीखेत विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। नैनीताल में बेतालघाट निवासी नंदनी गोस्वामी ने विधायक नैनवाल और उनके भाई पर डरा धमकाकर जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। नंदनी का कहना है कि पांच साल पहले पटवारी को खाता खतौनी दिखाने पर उन्हें पता चला कि उनकी भतरौंजखान पास 41 नाली पुश्तैनी जमीन है। पूछताछ की तो पता चला कि यह जमीन विधायक और उनके भाई के कब्जे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक से जमीन वापस करने का निवेदन किया तो उन्होंने टालते-टालते तीन साल बिता दिए।
जमीन पर कर दी तारबाड़
शिकायत करने वाली युवती के मुताबिक वह मानती रहीं कि उन्हें जमीन मिल जाएगी। लेकिन तीन साल बाद जमीन वापस देने के बजाए जेसीबी चलाकर तारबाड़ कर दिया तो उन्हें मंशा पर संदेह हुआ। इसके बाद उन्होंने तत्कालीन पटवारी से शिकायत की। पटवारी को दस्तोवज दिखाए गए तो उन्होंने उल्टा फटकार लगा दी।
राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
मामले में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। कहना था कि विधायक नैनवाल और उनके भाई ने क्षेत्र में अराजकता का माहौल बना दिया है। इससे लोग भय के साए में जी रहे हैं। नैनीताल की युवती की भूमि पर जबरन कब्जा जमा लिया गया। लेकिन शासन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन देने वालों में नगर उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार, महिला नगर अध्यक्ष नेहा माहरा, ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह देव, व्यापार मंडल उपसचिव विनीत चौरसिया, दीप उपाध्याय आदि शामिल रहे।
विधायक बोले, मुझे बदनाम करने की साजिश
विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल का कहना है कि उन्हें बदनाम करने की नीयत से इस तरह के षड़यंत्र रचे जा रहे हैं। विधायक के मुताबिक वह उनके पूर्वजों की जमीन है। विधायक का ये भी कहना है कि उनके विकास कार्यों से घबराकर फर्जी शिकायतों के माध्यम से विपक्षी क्षल प्रपंच रच रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ विधायक वैधानिक कार्रवाई करेंगे।