Big Breaking:पूर्व डीजीपी सिद्धू को बनाया वन भूमि कब्जाने का आरोपी
उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व डीजीपी (former DGP) बीएस सिद्धू की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ओल्ड मसूरी रोड विरगिरवाली स्थित आरक्षित वन क्षेत्र की नौ बीघा जमीन फर्जीवाड़े से कब्जाने के मामले में पूर्व डीजीपी को आरोपी बना दिया गया है। जल्द ही इस मामले में पुलिस अपने पूर्व मुखिया के खिलाफ चार्जसीट दाखिल करेगी।
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आरक्षित वन क्षेत्र में नौ बीघा जमीन कब्जाने के मामले में 2013 में राजपुर थाने में दर्ज हुए मुकदमे में पूर्व डीजीपी सिद्धू को एसआईटी ने आरोपी बना लिया है। उत्तराखंड में ऐसा पहली बार होगा कि पुलिस अपने पूर्व मुखिया के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट फाइल करेगी। बीएस सिद्धू पर उनके कार्यकाल के अंतिम दिनों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमन के मुताबिक मामले की जांच तेजी और गंभीरता से चल रही है। जल्द ही जांच पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड पुलिस की सबसे लंबी जांच
रिजर्व फॉरेस्ट कब्जाने से जुड़े केस में पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू का नाम जोड़ दिया गया है। अब लंबी जांच 12 साल बाद पूरी हो सकेगी। पुलिस के इतिहास में मुकदमे की यह सबसे लंबी चलने वाली जांच मानी जा रही है। बताया जाता है कि पूर्व मुखिया को आरोपी बनाने में कई पुलिस अफसर कतराते रहे। साल 2012 में नाथूराम नाम के व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था।