जागेश्वर के मास्टर प्लान के पहले फेज की DPR फाइनल, भूमि का सत्यापन शुरू
जागेश्वर धाम (Jageshwar Dham) के मास्टर प्लान (master plan) के पहले फेज की डीपीआर फाइनल हो गई है। पहले फेज में मंदिर और आसपास में तमाम कार्य होने हैं। इसी को देखते हुए कंसल्टेंसी ने राजस्व विभाग की टीम के साथ मिलकर जमीनों का सत्यापन शुरू कर दिया है।

जागेश्वर धाम का मास्टर प्लान सीएम पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। मास्टर प्लान का काम अलग-अलग चरणों में होना है। आईएनआई कंसल्टेंसी के अधिकारियों के मुताबिक पहले फेज के लिए लाइटिंग (इलुमिनेशन) का काम शुरू हो चुका है। वहीं, अब पहले फेज के शेष कार्यों की डीपीआर भी फाइनल हो गई है। इसके तहत करीब 112 करोड़ रुपये के कार्य होने हैं। इनमें भंडारा स्थल सौंदर्यीकरण, टेंपल प्लाजा, श्मशान घाट सौंदर्यीकरण, शौचालय निर्माण सहित तमाम कार्य शामिल हैं। लोस चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही इन कार्यों टेंडर लग जाएंगे।
जागेश्वर क्षेत्र की भूमि का सत्यापन शुरू
मास्टर प्लान के तहत जागेश्वर में तमाम कार्य होने हैं। इसी को देखते हुए आज से कंसल्टेंसी और राजस्व विभाग की टीम ने मास्टर प्लान के दायरे में आने वाली भूमि का सत्यापन शुरू कर दिया है। आज राजस्व पुलिस चौकी में भूमि के नक्शों और अभिलेखों का मिलान किया गया। इसके बाद आगे की कार्यवाही शुरू हो जाएगी।
केदारनाथ से लाए जाएंगे पत्थर जागेश्वर
धाम में मास्टर प्लान के कार्यों के लिए करीब चार सौ किमी दूर केदारनाथ के सोनप्रयाग से पत्थर लाए जाएंगे। जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत पत्थरों के व्यापक कार्य होने हैं। सोनप्रयाग का पत्थर यहां पर लगे अन्य पत्थरों से काफी मिलान खाता है। शनिवार को कंसल्टेंसी कंपनी के अधिकारियों ने सोनप्रयाग के पत्थर का सैंपल भी जागेश्वर लाकर जांचा