पोथिंग गांव में 70 बच्चे हुए बीमार, नहीं मिल पा रहा उपचार
बागेश्वर जिले के कपकोट के पोथिंग गांव में एक साथ 70 बच्चे बीमारी की चपेट में आ गए हैं। बीमार बच्चों को गांव में उपचार नहीं मिल पा रहा है। मामला सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है।
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बागेश्वर के पोथिंग गांव में एक साथ करीब 70 बच्चे बीमारी की चपेट में आ गए हैं। यहां पर इन दिनों बच्चों को बीमारी जकड़ रही है। इस गांव के करीब 70 बच्चे वायरल फीवर, और पेट से संबंधित बीमारी की चपेट में आ गए हैं। बच्चों में इस बीमारी का संक्रमण तेजी से बढ़ रह है। लोगों के मुताबिक गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं होने से इन बच्चों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने सीएचसी कपकोट के प्रभारी चिकित्साधिकारी को ज्ञापन देकर जल्द विद्यार्थियों का इलाज करवाने की मांग की है। इस गांव में पांच प्राथमिक स्कूल और एक इंटर कॉलेज है। बीमार हुए बच्चे स्कूलों में विद्यार्थी हैं। इधर, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य भूपेश गढ़िया के मुताबिक गांव में इस वक्त 70 बच्चे इस बीमारी की चपेट में हैं। कुछ बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत भी है। सीएचसी कपकोट के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश घटियाल के मुताबिक पोथिंग गांव में बच्चों के बीमार होने की सूचना मिली है। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की टीम पोथिंग गांव भेजी जाएगी।
पोथिंग गांव में नहीं है चिकित्सक
ग्रामीणों के मुताबिक पोथिंग गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो बन गया, लेकिन वहां अब तक चिकित्सक और फार्मासिस्ट के पद रिक्त हैं। अस्पताल में सुविधा नहीं होने के कारण छोटी बीमारी के उपचार के लिए भी लोगों को 20 किमी दूर सीएचसी कपकोट जाना पड़ता है। इस गांव में बच्चों लेकर बुर्जुग तक बदहाल स्वास्थ्य सेवा के चलते लाचार हैं।
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