नेशनल गेम्स में फिक्सिंग प्रकरण में ताइक्वांडो के 18 रेफरी और 30 कोच हटाए
उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के ताइक्वांडो में फिक्सिंग विवाद में बड़ी कार्रवाई हुई है। समिति ने गेम्स के बीच से ही 18 रेफरी और 30 कोच को हटा दिया है। इससे पूर्व ताइक्वांडो के डीओसी को हटाया गया था। उन पर मेडल के लिए लाखों की सौदेबाजी करने का आरोप लगा था।

38वें राष्ट्रीय खेलों के ताइक्वांडो में मैच फिक्सिंग प्रकरण सामने आने से खलबली का माहौल है। बीते दिनों आचरण समिति ने ताइक्वांडो के डीओसी को हटा दिया था। डीओसी पर मेडल के लिए लाखों की सौदेबाजी का आरोप लगा था। इधर, बुधवार को हल्द्वानी पहुंच चुके 18 अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के रेफरियों और 30 कोच को प्रतियोगिता के बीच से ही अचानक बाहर कर दिया गया। इस बड़ी कार्रवाई से खलबली मची हुई है। वहीं, दूसरी ओर हटाए रेफरियों ने जीटीसीसी की चेयरपर्सन सुनैना कुमारी को शिकायती पत्र भेजकर आपत्ति जताई है। इधर, ताइक्वांडो के डीओसी एस दिनेश कुमार के मुताबिक रेफरी हटाने का अधिकार डीओसी को नहीं है। यह जीटीसीसी की ओर से किया गया है। राज्यों की स्टेट ओलंपिक संघ की ओर से रेफरी एवं कोच का नाम जीटीसीसी को भेजा जाना है। जीटीसीसी की मंजूरी मिलने के बाद ही उन्हें शामिल किया गया है।
पहले ही तय कर दिए थे परिणाम
उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के तहत ताइक्वांडो प्रतियोगिता में फिक्सिंग प्रकरण बीते सोमवार को सामने आया था। आरोप लगा था कि ताइक्वांडो निदेशक ने स्वर्ण पदक के लिए तीन लाख रुपये की डिमांड की थी। वहीं, रजत पदक के लिए दो लाख और कांस्य पदक के लिए एक लाख रुपये की मांग की गई थी। करीब 10 भार वर्गों के परिणाम मैच से पहले ही तय कर दिए गए थे। शिकायत मिलते ही जीटीसीसी की अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने कार्रवाई करते हुए डीओसी को हटा दिया था।
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रेफरियों ने उठाए सवाल, कोच भी नाराज
38वें राष्ट्रीय खेल में ताइक्वांडो में मचे बवाल के बीच खेल में दूसरे राज्यों से आए रेफरियों को हटाए जाने पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कोच और रेफरियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें हटाने के बारे में पहले कोई जानकारी नहीं दी गई। जब हल्द्वानी पहुंच गए तब पता चला कि उन्हें पैनल से हटा दिया गया है। सभी रेफरियों को ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से पत्र मिला है। जिसके बाद ही वह यहां आए हैं। मगर उन्हें यहां पहुंचने के बाद बताया गया कि उनका नाम हटा दिया गया है। इस प्रकरण से कोच भी नाराज हैं।