शराब पीकर गाड़ी चला रहे 156 चालक गिरफ्तार, दून पुलिस का बड़ा एक्शन
drink and driving:देहरादून पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चला रहे 156 चालकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के इस एक्शन से नशेड़ी चालकों में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने नशेड़ी चालकों की गाड़ियां भी सीज कर दी हैं। दून और अल्मोड़ा में बड़े हादसों के बाद पुलिस ने ये अभियान चलाया है।

drink and driving:देहरादून में शराब पीकर गाड़ी चला रहे 156 चालकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बीते दिनों देहरादून के ओएनजीसी चौक पर एक इनोवा कार हादसे में छह युवाओं की मौत हो गई थी। इससे पहले अल्मोड़ा जिले के सल्ट तहसील के मर्चुला में एक बस गहरी खाई में समा गई थी। उस बस हादसे में 38 लोगों की मौत हुई थी। इसी को देखते हुए पूरे प्रदेश में पुलिस चेकिंग अभियान चला रही है। देहरादून पुलिस पिछले तीन दिन के भीतर शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 156 चालकों को गिरफ्तार कर उनकी गाड़ियां सीज कर चुकी है। व्यापक स्पर पर चल रहे पुलिस अभियान से चालकों में खलबली मची हुई है। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर देहरादून में अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस रडार पर नशेड़ी चालक
हादसे के बाद चेती देहरादून पुलिस देर रात तक वाहन चेकिंग अभियान चला रही है। तेज रफ्तार और नशे में वाहन चलाने वाले चालक पुलिस की रडार पर हैं। सभी थाना क्षेत्रों में एल्कोमीटर से चालकों की चेकिंग की जा रही है। एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक इस दौरान लापरवाही से वाहन चलाने, ओवर स्पीडिंग, यातायात नियमों के उल्लंघन में 40 अन्य वाहनों को भी सीज किया गया है। वहीं, रात्रि में संदिग्ध रूप से बिना किसी कार्य से घूम रहे 136 व्यक्तियों को थाने लाकर सत्यापन की कार्रवाई की गई। सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस की अलग-अलग टीमों को रात्रि गश्त और चेकिंग के सख्त आदेश जारी किए गए हैं।
ये भी पढ़ें:- फिल्म स्टार मनोज वाजपेयी को नोटिस, भू-कानून उल्लंघन में प्रशासन का एक्शन
छात्रसंघ भी मुखर
देहरादून में छात्रसंघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में छात्रों ने सोमवार को डीएम कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान डीएम को एक ज्ञापन सौंपकर उन्होंने मांग की कि सभी बार और क्लब रात 11 बजे तक हर हाल में बंद होने चाहिए। इसके अलावा रात दस बजे बाद कहीं भी डीजे बजाने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। मांग की कि 21 साल से कम वालों को वहां एंट्री ना दी जाए, क्योंकि अंदर बार में सबके साथ इन बच्चों को भी शराब का सेवन कराया जाता है और क्लब में बाउंसरों को सुरक्षा के लिए रखा जाता है। किंतु आए दिन ये बाउंसर ही लोगों के साथ मारपीट करते हैं, तो इनका भी वेरिफिकेशन किया जाए।