उत्तराखंड में बारिश से 114 सड़कें बंद, सात जुलाई तक रेड अलर्ट
problem due to rain:उत्तराखंड में मानसून की शुरुआत के साथ दुश्वारियों का दौर भी शुरू हो गया। राज्य भर में हुई बारिश से कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में 150 सड़कें बंद हो गई थी, जिनमें से 36 पर यातायात सुचारू करवा दिया गया था। बदरीनाथ और यमुनोत्री मार्ग अवरुद्ध होने से स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालुओं को भी परेशानियां उठानी पड़ी।

problem due to rain:उत्तराखंड में पिछले तीन दिन से बारिश का दौर जारी है। मंगलवार दोपहर से शुरू हुई बारिश बुधवार दोपहर तक जारी रही। कई स्थानों पर आज भी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज भी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इसके चलते कई जिलों में 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के पास आने के चलते प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया। आईएमडी ने राज्य में सात जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुमाऊं के लिए रेड और गढ़वाल मंडल में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
यहां इतनी बारिश
मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को राज्य में अच्छी बारिश हुई। राज्य में सबसे ज्यादा बारिश अल्मोड़ा के चौखुटिया में 72.5, भैंसियाछाना में 62, लोहाघाट में 59, चंपावत में 45, काशीपुर में 42, भीमताल में 38, हल्द्वानी में 31 और चमोली में 26 एमएम बारिश दर्ज हुई।
बागेश्वर-चमोली में 50 सड़कें बंद
बागेश्वर और चमोली जिले में 25-25 सड़कें बंद चल रही हैं। बुधवार को प्रदेश के सभी जिलों में कुल 150 के करीब सड़कें बंद हुईं। इनमें से 36 मार्गों पर यातायात सुचारु कर दिया गया जबकि 114 सड़कें अब भी बंद हैं। विभागीय अफसरों ने बताया, इनमें सबसे अधिक 25-25 सड़कें बागेश्वर व चमोली जिलों में बंद हैं। एचओडी डीके यादव ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने का काम चल रहा है। कई जगह बार-बार मलबा आने से इसमें दिक्कत आ रही है।